Wednesday, August 31, 2022

स्वतंत्रता संग्राम में बुलबुल का योगदान विषय पर निबंध

स्वतंत्रता संग्राम में बुलबुल का योगदान विषय पर निबंध

रावण का वध करके श्रीराम सीताजी पुष्पक विमान से अपनी मातृभूमि अयोध्या पधारे थे उसी तरह वीर जी बुलबुल के पंखों पर बैठकर मातृभूमि के दर्शन करने आते थे l बुलबुल सुबह आती थी वीर जी को अपने पंखों में बैठाती थी दिन भर पुण्यभूमि भारत की सैर करा के वापिस उन्हें उनकी बैरक में छोड़ जाती थी l जेल में बंद और कैदियों के मन मे भी इंडिया दर्शन की चाह पैदा हो गई लेकिन बुलबुल ने किसी और को घुमाने से साफ इनकार कर दिया l


वीर जी की माफी मंजूर होने के बाद जब जेल से छूटे तो उन्हें 60 रुपये महीने पेंशन मिलती थी l जबकि उस समय कलेक्टर को 40 रुपये पगार मिलती थी और सोना 40 रुपये तोला था l वीर जी रत्नागिरी में रहते थे l बुलबुल वीर के पास तब भी आती थी और आंगन में फुदकती रहती थी l वीर जी अपनी पेंशन में से 2 रुपये बुलबुल के दानापानी के लिए सुरक्षित रखते थे lस्वतंत्रता संग्राम में बुलबुल का योगदान स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा l